मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक डिजिटल पहल शुरू की है, जिससे वे घर बैठे अपनी जानकारी दर्ज कर सकते हैं और विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। इस प्रक्रिया को ‘किसान रजिस्ट्री’ कहा जाता है। आइए जानते हैं इस रजिस्ट्री के बारे में विस्तार से।
किसान रजिस्ट्री क्या है?
किसान रजिस्ट्री एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है, जहां किसानों की व्यक्तिगत और कृषि संबंधित जानकारी एकत्रित की जाती है। इससे सरकार को किसानों की वास्तविक स्थिति का पता चलता है और योजनाओं का लाभ सही व्यक्ति तक पहुँचता है।
आवश्यक दस्तावेज़
किसान रजिस्ट्री के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ आवश्यक हैं:
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- खसरा खतौनी (गाटा संख्या)
- राशन कार्ड संख्या (वैकल्पिक)
- फैमिली आईडी संख्या (वैकल्पिक)
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
- अपने राज्य के कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- ‘न्यू यूज़र अकाउंट क्रिएट’ विकल्प पर क्लिक करें।
- आधार नंबर दर्ज करें और ओटीपी प्राप्त करें।
- आधार से लिंक मोबाइल नंबर दर्ज करें और ओटीपी प्राप्त करें।
- सुरक्षित पासवर्ड बनाएं।
- नए पासवर्ड से लॉगिन करें।
- व्यक्तिगत जानकारी, पता, खेत की जानकारी आदि भरें।
- आधार ओटीपी के माध्यम से ई-हस्ताक्षर करें।
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन
यदि आपको ऑनलाइन प्रक्रिया में दिक्कत हो रही है, तो नजदीकी CSC सेंटर, पटवारी कार्यालय, या कृषि विभाग से संपर्क करें। वहां आपको फॉर्म भरने और दस्तावेज़ जमा करने में मदद मिलेगी।
किसान रजिस्ट्री से किसानों को अपनी पहचान और खेतों की जानकारी एकत्रित करने में मदद मिलेगी, जिससे वे विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। यह पहल किसानों की स्थिति को सुदृढ़ करने और उनकी आय बढ़ाने में सहायक होगी।